पिछले 1 महीने में आई तेजी ने सुजलॉन एनर्जी के स्टॉक में हलचल पैदा की थी, लेकिन अब इसमें फिर से गिरावट की ओर रुख करते देखा जा रहा है। एक महीने की अवधि में यह स्टॉक केवल 4% के आसपास का पॉजिटिव रिटर्न देता नजर आया है। पहले इसमें जबरदस्त तेजी दिखाई दी थी, जिससे यह ₹71 के स्तर तक पहुंच चुका था, लेकिन फिलहाल यह ₹63 के आस-पास ठहर गया है। बीते 1 वर्ष में इस कंपनी ने करीब 27% का रिटर्न उत्पन्न किया है, जबकि 5 वर्षों की अवधि में इसने 1500% से अधिक का रिटर्न प्रदर्शित किया है। यानी अगर किसी निवेशक ने इसमें ₹1 लाख का निवेश किया होता, तो उसकी वैल्यू अब ₹16 लाख से भी अधिक हो चुकी होती। हाल ही में कुछ ब्रोकरेज फर्म्स की ओर से भी नए अपडेट्स सामने आए हैं, चलिए विस्तार से जानते हैं कि ब्रोकरेज का क्या नजरिया है इस स्टॉक को लेकर, और साथ ही इसके कुछ फाइनेंशियल संकेतकों पर भी नज़र डालते हैं।
जाने Suzlon Energy Stock पर ब्रोकरेज का क्या है अपडेट
शेयर बाजार में कई फाइनेंशियल सर्विस ब्रोकरेज फर्म्स सक्रिय हैं। आज हम आपको मोतीलाल ओसवाल और जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज की ओर से दी गई राय के बारे में जानकारी प्रस्तुत कर रहे हैं। सबसे पहले बात करें मोतीलाल ओसवाल की, तो इस ब्रोकरेज हाउस ने सुजलॉन एनर्जी के स्टॉक के लिए ₹70 का लक्ष्य मूल्य निर्धारित किया है। वहीं, जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज ने इस स्टॉक को Buy रेटिंग प्रदान की है, लेकिन साथ ही ओवरऑल रेटिंग को घटाते हुए ₹77 के करीब का टारगेट दिखाया है।
जाने Suzlon Energy Stock के फंडामेंटल कैसे हैं
कंपनी का मार्केट कैप ₹87,107 करोड़ है और मौजूदा शेयर प्राइस ₹64 के करीब दिख रहा है। ₹2 की फेस वैल्यू और ₹4 के आस-पास की बुक वैल्यू निर्धारित की गई है। कंपनी पर लगभग ₹323 करोड़ का कर्ज चढ़ चुका है। सेल्स ₹10,800 करोड़ की रही है और प्रॉफिट आफ्टर टैक्स ₹2,072 करोड़ दर्ज किया गया है। अगर इंडस्ट्री PE देखें तो यह 58 से ऊपर स्थिर है। बीते तीन वर्षों में कंपनी की सेल्स ग्रोथ 18% दर्ज हुई है। कंपनी अब लगभग कर्ज-मुक्त हो चुकी है और प्रॉफिट ग्रोथ में भी अच्छी तेजी दिखा रही है। क्वार्टर रिजल्ट्स भी लगातार बेहतर होते जा रहे हैं। मार्च 2025 की रिपोर्ट के अनुसार कंपनी ने ₹693 करोड़ का ऑपरेटिंग प्रॉफिट और लगभग ₹1,181 करोड़ का नेट प्रॉफिट सामने रखा है। अगर क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल निवेशकों की होल्डिंग देखें तो यह 31% से ज्यादा बनी हुई है।
शेयरहोल्डिंग पैटर्न, कंपनी के रेशियो, कैश फ्लो, बैलेंस शीट, कंपाउंड सेल्स ग्रोथ, कंपाउंड प्रॉफिट ग्रोथ, ऑपरेटिंग प्रॉफिट, नेट प्रॉफिट और प्रॉफिट बिफोर टैक्स जैसे सभी मुख्य बिंदुओं को समझने के बाद, यह साफ है कि कंपनी के फाइनेंशियल्स अच्छे संकेत दे रहे हैं। बिजनेस मॉडल और फ्यूचर रेवेन्यू ग्रोथ को ध्यान में रखते हुए, इस समय एक ठोस निवेश रणनीति बनाना उचित रहेगा। हालांकि कंपनी कुछ चुनौतियों से अब भी जूझ रही है, लेकिन ग्रोथ की दिशा में इसे और आगे बढ़ने की जरूरत है। क्योंकि अभी यह स्टॉक अपनी बुक वैल्यू से लगभग 14 गुना पर ट्रेड कर रहा है, इसलिए लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु कंपनी को और मजबूती से आगे बढ़ना होगा।
डिस्क्लेमर: लेख में दी गई जानकारी केवल सूचना के उद्दश्य से है शेयर बाजार में निवेश से पहले विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।